बिना प्रशासनिक अनुमति और औपचारिकता पूर्ण किये ही चेयर मैन ने ध्वस्त कराया मिश्रित का महर्षि दधीचि उद्यान पार्क।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप सीतापुर हरदोई मार्ग के किनारे बना यात्री प्रतीक्षालय, और एसडीएम आवास के सामने बना कांजी हाउस भी टूट कर हुआ गायब
मिश्रिख सीतापुर/सतयुग कालीन परम दानी महर्षि दधीचि की पावन तपोभूमि के रूप में सुविख्यात धार्मिक कस्बा मिश्रिख तहसील चौराहा में महर्षि दधीचि पार्क स्थित है, जिसका उद्घाटन तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट सीतापुर वी 0 के० मल्होत्रा ने किया था की चारो ओर बनी सीमा की दीवार को नपा० परिषद की वर्तमान अध्यक्षा मुन्नी देवी ने अपने कारिन्दों की मदद से पिछले दिनों जेसी०बी० से खुदवाकर नष्ट कर दिया था अब इस में बना फौहारा ही दधीचि पार्क होने की स्मृति को तारो ताजा कर रहा है, सूत्र बताते हैं कि इस फौहारे को भी जल्द ही नष्ट किये जाने का जाल पार्क की बाउण्ड्री तुड़वा कर गायब करने वाले लोग वदारा अन्दर ही अन्दर चमक रहा है, इसलिए इस पार्क का अस्तित्व ही समूल नष्ट हो जायेगा, बतादे कि कस्बा मिश्रिख में उक्त दधीचि पार्क के अलावा कोई दूसरा पार्क मौजूद नहीं है। यह पार्क तहसील चौराहा और तहसील के मुख्य द्वार की आन बान शान थी, जो पालिका अध्यक्षा और उनके कारिन्दो की विनाशक शैली का शिकार होकर विलुप्तता की ओर अग्रसर हो गया है, माने तो इस पार्क को तोड़कर नष्ट किये जायेंगे, प्रशासन की अनुमति पालिकाध्यक्षा उनके कारिन्दो के पास नहीं है, फिर किस विधा पर इस इकलौते धार्मिक पार्क की बावड़ी को ध्वस्त कर पार्क के अस्तित्व को मिटाने का प्रयास किया गया है-? और तो और पार्क की मनाने के तरीके से तोड़ी गई बाउण्ड्री के मलवे को बिना किसी फ़ुट के ही गायब कर दिया गया है। यह भी बताता है कि पिछले महीनो होली मेला के दौरान नपा वदारा दधीचि उद्यान पार्क का भारी भरकम सरकारी भवन से प्रमाणित और सौन्दर्यीकरण किया गया था और तीन मांह बाद ही पालिकाध्यक्षा ने इसे पूर्णकालिक प्रशासनिक औपचारिकताये पूरी तरह से तुड़वाकर संघर्ष कराया। इतनी ही नहीं तहसील के उपजिलाधिकारी आवास के सामने के वर्षों में पुराने बना काजी हाउस भी पालिकाध्यक्षा और इनके कारिन्दो की लाठी का शिकार होने के साथ ही जेसीबी से खुदवा कर गायब हो गया है, पिछले कुछ दिनों पहले उसे भी बिना किसी प्रशासनिक अनुमति के तुड़वाकर हमला तो झेलना ही पड़ा। साथ ही उसकी सीमा की दीवार और कमरे को तोड़ने के बाद, आखिरकार कहीं गायब हो गई कांजी हाउस के इस मलबे की भी कोई नीलामी नहीं की गई और न ही मलबे की अचल संपत्ति पालिका फंड में जमा किया गया है। इतना ही नहीं मिश्रिख नगर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कि पश्चिमी बावड़ी और सीतापुर हरदोई मार्ग के मध्य पूर्व समयान्तराल में तत्कालीन क्षेत्रीय विधायक राम रतन सिंह द्वारा अपने विधायक निधि से निर्मित यात्री प्रतीक्षालय भी वर्तमान समय नगर पालिका अध्यक्षा और उनके कारिन्दों की लाश से टूट कर गायब हो गया है, इस यात्री प्रतीक्षालय को भी तोड़े जाने और उसका मलबा गायब होने की अनुमति किसी भी प्रशासनिक स्तर से नियमानुसार पालिका अध्यक्षा और उनके कारिन्दों द्वारा नहीं ली गई है। महर्षि दाधीच की पौराणिक तपस्थली मिश्रिख तीर्थ नगर में पूर्व की बनी सरकारी तोड़फोड़ को नष्ट करने और उनके मालवे की नीलामी आदि करतूत को पालिका फंड में न जमा करके पालिका के जिम्मेदारों द्वारा चूना लगाकर उसे निजी तौर पर छिपाया जा रहा है, जिस ओर जिला प्रशासन प्रदेश शासन और नगर विकास अनुभाग को एकत्रित से जांच करवाई करने की आवश्यकता है ताकि पालिका के जिम्मेदार लोग पुरानी सम्पत्तियो, इमारतों,आदि को खुर्द-बुर्द करके निजी स्वार्थ सिद्धि करने की विधा से बाज आना सका।
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